Leshan Giant Buddha History with Facts in Hindi // who build leshan giant buddha statue

Leshan Giant Buddha History with Facts in Hindi // who build leshan giant buddha statue

Leshan giant Buddha history को आज हम Hindi में बारीकी से जानेंगे,चाइना एक ऐसा देस हे जहाँ हर एक ब्यक्ति बुद्ध के भक्त होता है,facts-चाइना के leshan सेहर में एक बड़ा सा पहाड़ है जिसके निचे एक नदी बहता है उस नदी के किनारे वह पहाड़ के आधे हिसे को काट के कसिने lord बुद्ध देव के एक बिषाल काय प्रतिमा बनाया है जो दुनियां के top-10 tallest statue के दर्जा भी उस महान प्रतिमा को मिला है,

Leshan Giant Buddha 

mystery-1 सदिओं पहले sun-600 century के आसपास leshan सेहर के लोगों को कहीं आने जाने केलिए वहाँ के मीन नदी को पार होना पड़ता था,मीन नदी को लोग श्रापित नदी कहते थे क्यों की उस नदी में हर साल ५०-६० लोग पानी में डुबके मरजाते थे,वहां जो नाब चलता था वो बिना मतलब के भी डूब जाता था जिसके चलते लोगों का मत होजाता था,ऐसे  केइ साल गुजर जाने के बाद किसीने मीन नदी के किनारे एक बड़े से पत्थर  को खोद के बुद्ध के एक बिशाल प्रतिमा बनाया यही सोच के की बुद्ध अगर यहाँ होंगे तो लोगो का अपमृत्यु और यहाँ नहीं होगा,और ये बात सच भी साबित हुआ,

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 Leshan Giant Buddha किसने बनाया ?

mystery-2 काहाजाता  है की giant buddha को 618-907 century के बिच चाइना के तांग बंस के राजाओं ने बनवाये थे,तांग बांस के लोग बुद्ध धर्म को मानते थे जिसके चलते वो lord बुद्ध के ऐसा एक प्रतिमा बनाने चाहते थे जो सदिओं तक दुनिआं में रहे ताकि लोग उस महान प्रतिमा केलिए लोग उन्हें यानि तांग बांस के लोगो को भी याद  रखें। mystery-3 लोग ये भी कहते है की बुध धर्म के एक भिख्यू ने बुद्ध धर्म के प्रचार और प्रसार केलिए उस महान प्रतिमा को रात दिन कई साल मेहनत करके अपनी हाथो से बनाया है ताकि दुनियां बुद्ध के बारेमे जनसके और दुनिआं में सुख और सन्ति बनाय रखने केलिए,


who is buddh


बुद्ध दुनियां में इनसान के रूप लेके राजा शुद्धोधन के घर पैदा हुए थे जिन का नाम रखा गया था सिद्धार्त गोत्र उनके गौतम होनेके कारन लोग उन्हें गुतम भी बुलाते थे,राजा शुद्धोधन चाहते थे की उनका बीटा बड़ा होकर उनका जैसा एक महान राजा बने और राज्य में शासन करे,पर बुध जैसे जैसे बड़े होते गए काम बसना और मोह से उनका दूरियां बढ़ता चलागया,
दुनियां के रीती रिबाज़ और धन दौलत केलिए मारकाट और युद्ध जैसे चीजें उनको पसंद नहीं आया क्यों की वो सोचते थे की  इनसान एक है और दुनियां में अब जो चल रहा है ये तेरा है ये मेरा है ये गलत है,


   गौतम बुद्ध ने ये सब बड़े होके लोगो को समझने लगे पर लोग उनके बात को और उनके राय को इनकार करते थे जिसके चलते वो एक राज कुमार होते हुए भी जिसके पास दुनियां के हर एक खुसी होते हुए भी सन्यासी होने के निर्णय लेते है और वो बन को चेले जाते है,राजकुमार सिद्धार्त बन में जेक कठोर तपस्या में के साल लीन होक वो दुनियाँ और जीबन के सब कुछ जान लेते है,और वहीं ज्ञान बाटने केलिए आगे चलपड़ते है,कई लोग उनके मार्ग पर चलने केलिए उनसे ज्ञान लेते थे और बाद में उनका सिस्य बनजाते थे,

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Leshan giant Buddha facts in hindi 

१- giant बुद्ध को हर साल januyari महीने के 1 तारीख को लोग दरसन करने जरूर आते है,लोगों का मन्ना  ये है की अगर जो लोग giant buddh को नए साल के दिन दरसन करेगा तो उनके नसीब खुल जाता है,


२-giant बुद्ध प्रतिमा को दुन्याँ में एक हजार साल से भी अधिक दिनों तक सबसे बड़े statue का दर्जा मिला है ,

३- giant बुद्धा के प्रतिमा के height 71 मीटर यानि 233 fit है,

४- giant बुद्ध प्रतिमा के पेर के छोटे उंगली उतना बड़ा है की वहां एक आदमी आरामसे बैठ सकता है,

५- Leshan giant buddh को सिर्फ एक ही पत्थर है जहाँ उतना बड़ा statue को   बनाया गया है,

६- leshan सेहर में 2008 में एक बडासा भूकम्प अयथा था जिसके चलते सेहर पूरा तेहस नेहेस होगया था पर बुद्ध के प्रतिमा को कुछ नहीं हुआ था,

Leshan giant Buddha Location

lord बुद्ध की ये बिसाल काया प्रतिमा चाइना के leshan सेहर के पास ling-wang पहाड़ में स्थित है,china के राजधानी beijing से leshan सेहर को जाने केलिए 16-18hr लगता है,leshan सहर में जाक आपको दादू याफिर मीन नदी को आना पड़ेगा तब जेक आपको lord बुद्ध के प्रतिमा के दरसन हो पायेगा,जहाँ आपको खाने पिने के चीजें लेके जाना पड़ेगा उनके दरसन करने केलिए आपको कोई पैसा देना याफिर टिकट काट न नहीं पड़ेगा पर आपको साबधानी बरतना पड़ेगाक्यों की जाने आने केलिए बहुत ही खतरा रास्ता बनाया गया है,

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