Balangir ranipur jharial chausath yogini temple history in hindi

Balangir ranipur jharial chausath yogini temple history in hindi

ओडिशा के प्रसिद्ध मंदिर Ranipur jharial जो Balangir जिल्ला में स्थित है जिसे चौसठि योगिनी टेम्पल के नाम पर भी जाना जाता है आज हम उसी मंदिर के history को इसी छोटे आर्टिकल के अंदर कवर करेंगे,दोस्तों यह हजार साल पुराना मंदिर है जो राजा महाराजा के शासनकाल में बनाया गयाथा जहाँ कई सरे राज़ आज भी छुपा हुआ है जो सुनके आपके होस उड़ने वाला है।

Ranipur jharial history

ओडिशा के बलांगीर में स्तिथ ranipur jharial history बहुत ही रहस्य से भरा हुआ है इसीलिए यह मंदिर को चौसठ योगिनी मंदिर भी कहाजाता है, दोस्तों ranipuri jharial इतिहास के बारेमे हमने रानीपुर गाओं के लोगों से बताया गया जानकारी को आपके सामने पेस कर रहे है कियूं की इसी महान मंदिर के बारेमे कोईभी किताब में भी इसके पूरा जानकारी नहीं दियागया है। यह मंदिर के बारेमे कोई इतिहास में भी लिखा नहीं गया है जो एक तजुक की बात है पर कुछ पुख्ता सबूत को देखते हुए यह मंदिर के सारि बातें सच्ची लगती है जो आपको एक बार जानलेना चाहिए। 

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chausath yogini temple

history के हिसाब से बलांगीर ranipur jharial temple को chausath yogini temple से भी जानाजाता है जिसे आज से 1100 साल पहले यानि 9th century में यह सरे मंदिर को बनाया गया था, आज भी उन सरे मंदिर को दिखने को मिल जायेगा और लगभग 64 मंदिर देखने को मिल जाता है। सूत्रों की अनुसार रानीपुर और झारिअल इन दो गाओं को मिलाके ranipuri jharial का नाम पड़ा है। खबरे की अनुसार ओडिशा के राजा sambeswar के सबसे पियारी पत्नी padmabati केलिए इन सरे मंदिर को बनवा गया था।

 

आज भी रानीपुर गाओं में पदमावती रानी के बंगला के नक्सा देखने को मिलता है। महारानी नहाने केलिए झारिअल गाओं के एक बिशाल सागर में जाते थे जिसे सोम सागर कहाजाता है और उस सोम सागर एक रहश्यमयी जगह है जिसके गेहेराई आज तक भी कोई नाप नहीं पाया है की वहां कितना पानी है,अगर आपको कभी जाना है तो सोम सागर जरूर देखलेना जो बहुत ही रहश्यमई सागर है और ranipur jharial waterfall भी है जो सुंदरता से भरिहुई है। आपके जानकारी केलिए बतादूँ की उस सागर में छलांग मत लगाना और यह एक चेताबनी है सभी लोगों को ।

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दोस्तों ranipur jharial history में एक Baghya pathar नामक के एक पत्थर के जाल है जहाँ लोगों का कहना है की उस जाल में बिना फसे इंसान आरपार होजाता है यानि एक छोर से दूसरे छोर तक पहंच जाता है बिना किसी रुकाबट के तो वो एक अच्छे इंसान मानाजाता है। यह बात कितनी दूरतक सच्च है यह तो नहीं पता पर वो पथरजाल के इमेज निचे आप देख सकते हो साथ ही ranipur jharial wikipedia से भी इसी Baghya pathar के बारेमे अच्छे से जानकारी ले सकते हो। 

 

ranipur jharial siv mandir

 

दोस्तों ranipur jharial history के अनुसार वहाँ सबसे पुरातन siv mandir है जहाँ हर रोज हजारों भक्तों के भीड़ लगरहाता है और शिवरात्रि के बात करें तो लाखों में भीड़ लगता है, शिवरात्रि और सस्ठी के दिन यहाँ मेला भी लगता है जिसे देखने केलिए दूर दूर से लोग आते जाते है। बतादूँ की यहाँ केबल एक सिव मंदिर नहीं है बल्कि 100 से भी जयादा सिव मंदिर है जहाँ चाहो आप पूजार्चना कर सकते हो और उनमेसे 64 मंदिर आज भी देखने को मिलता है जो सबसे बड़ी बात है कियूं की उतना प्राचीनकल के चीजें आज के तारीख में भी एक्जिस्ट करता है ranipuri jharial में जो एक अच्छी बात है।


राज किया है ? – इनसारे मंदिर के निचे एक बहुत बड़े सुरंग है जो पुरे 400 किलोमीटर तक फैला हुआ है और सूत्रों की अनुसार वो सुरंग ranipur jharial history के हिसाब से सीधा श्री खेत्र यानि पूरी बेलाभूमि तक जाता है। लोगों की अनुसार वहांके राजा महाराजाओं ने युद्ध केलिए ऐसा सुरंग बनवाये थे कियूं की युद्ध में अगर हार का सामना करना पड़े तो उनके पुरे प्रजा को उस सुरंग में किसी और राज्य को भेज देतेथे। यह सुरंग अभी भी है पर इसके गुप्त रास्ते को छुपादिया गया है और बाहरी हिस्सों से उसका निसान भी मिटा दया गया है ताकि कोई उसका गलत फायदे उठा नसके। 

 

ranipur jharial distance

ओडिशा के बहार से आना चाहते हो तो सबसे पहले भुबनेश्वर में आना होगा और bhubaneswar to balangir के दुरी 300 किलोमीटर है जो ट्रैन या Bus में भी आसानी से आसकते हो।बलांगीर सिटी से ranipur jharial के दुरी 92 किलोमीटर में है और हम रस्ते के बात करें तो बहुत ही अच्छे रास्ता है पर दुःख की बात यह है की आपको बलांगीर से रानीपुर झारिअल जाने केलिए कोई ऑटो या टैक्सी बुक करना पड़ेगा कियूं की वहाँ तक कोई भी बस नहीं जाता है और न ही ट्रैन जाता है।

उम्मीद करताहूँ की ranipuri jharial के बारेमे आपको एक अच्छे जानकारी मिला होगा,ऐसे ही अच्छे और इंटरेस्टिंग बातें जानने केलिए हमारे ऑफिसियल ट्वीटर को फॉलो करें और हमेसा नया अपडेट पाते रहे। अगर आपको ranipur jharial history पसंद आया हो तो अपने दोस्तों को जरूर शेयर करें और कुछ सुझाब या सबाल केलिए निचे कमेंट जरूर करें।

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